मैं राजा कृष्ण प्रताप सिंह ठाकुर।
मेरा जन्म छतरपुर जिले के पास किशनगढ़ से 2 किलोमीटर दूर ग्राम भैंस खार में 16 जुलाई 2004 को हुआ था।
मेरे मेरे परदादा जी और दादा जी घर से संपन्न और जमीदार थे इसीलिए मेरे पापा जी भी वहां के जमीदार कहलाए और जमीदार साहब के नाम से जाने जाते थे।
मेरे परदादा जिनका नाम ठाकुर मूरत सिंह महदेलें हैं के 5 पुत्र एवं 2 पुत्रियां थी जिनमें से प्रथम पुत्र का नाम:- ठाकुर चरण सिंह महदेलें(दाजू) हैं
जिन के 2 पुत्र ब एक पुत्री हैं ।
प्रथम पुत्र का नाम:- ठाकुर मानसिंह महदेंलें(हाथी दाऊ) है
जिन के 1 पुत्र व एक पुत्री है जिनमें से प्रथम पुत्री का नाम लक्ष्मी सिंह ठाकुर है एवं पुत्र का नाम ठाकुर महेंद्र प्रताप सिंह महदेले है।
एवं द्वितीय पुत्र का नाम ठाकुर मोहन सिंह महदेलें है तथा इनके भी 2 पुत्र है:- 1: ठाकुर दीवान सिंह महदेलें एवं
2: ठाकुर कृष्णा सिंह महदेलें हैं ।
अब मेरे पर दादाजी के द्वितीय पुत्र का नाम:-ठाकुर बाबू सिंह महदेलें (दाऊ)हैं जिनके भी दो पुत्र हैं